Monday, 28 August 2017

गुरमीत राम रहीम इंसा को सज़ा के मायने


अंतत: गुरमीत राम रहीम इंसा को 20 वर्ष की सज़ा सुना दी गयी। सज़ा के बहुत सारे मायने हैं।
►आपने भले ही हज़ारों अच्छे काम किये हों, पर आपके द्वारा किया गया एक बुरा काम आपके सब अच्छे कामों पर पानी फेर सकता है। इसने समाज की भलाई के लिए क्या क्या नहीं किया - लाखों करोड़ो वृक्षारोपण, रक्तदान शिविर, आपदाप्रबंधन, जरूरतमंदो की सहायता, पर इसके पापों ने सब अच्छे कामो पर पानी फेर दिया। इस दुनिया मे ही नहीं धर्म की दुनिया मे भी पाप और पुण्य की आपस मे Adjustment नही होती।
►जिन्दगी पाप का प्रायश्चित करने का मौका जरूर देती है, पर अक्सर लोग उस मौके को गँवा देते हैं, आसाराम के चेले पहले सोनिया गाँधी के पीछे हाथ धोकर पड़े थे की उसने विदेशी मिशनरी के साथ मिल कर आसाराम को जेल करवा दी अब PM मोदी को जिम्मेदार ठहराते है कि वो उन्हें रिहा नहीं होने दे रहे, सच तो ये है संसार मे किसी मनुष्य में इतनी शक्ति नही की किसी [ सच्चे ] संत का कुछ अहित कर सके। कुछ समय पहले मैंने इसके चेलों को संकेत भी दिया था की सोनिया या मोदी को कोसने की बजाय मिल कर हनुमान चालीसा का पाठ करें, पर शायद उन्हें लगता है social media पर रोना धोना ज्यादा अच्छा है। अब जल्दी ही राम रहीम की Team, social media पर active होकर अपने boss ( गुरु ) की पैरवी करती दिखेगी।
►अंहकार सत्ता का हो या शक्ति का सदैव विनाशकारी होता है।


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