Friday, 3 November 2017

Happy Gurpurab - Guru Nanak Dev Ji !

सतगुरु नानक प्रगटिया मिटी धुंध जग चानण होआ ।। जिउ कर सूरज निकलिआ तारे छपे अंधेर पलोआ ।।

सभी मित्रों को सिख धर्म के संस्थापक और प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव साहिब जी के प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनायें।

यूँ तो ईश्वर किसी न किसी रूप मे अवतार लेते ही रहते हैं, पर कभी कभी वो स्वम द्वारा रची दुनिया का अवलोकन करने और जीवों का उध्दार करने हेतु मानव रूप मे प्रकट होते हैं, गुरु नानक देव जी भी ईश्वर का एक ऐसा ही रूप है। जीवों के उद्धार और सत्य का सन्देश जन जन तक पहुँचाने के लिए उन्होंने विश्व भर का भ्रमण किया और लोगों को भक्ति का सही मार्ग दिखाया।

ईश्वर किसी कर्म काण्ड या रीति रिवाज़ों से नहीं बल्कि सच्चे और पवित्र मन से मिलते हैं। ईश्वर के लिए सभी जीव एक समान हैं और वो सभी से एकरूप प्रेम करते हैं। बेईमानी के पकवानों से ईमानदारी की सूखी रोटी बेहतर होती है। ईश्वर को सिर्फ ईश्वर की इच्छा से ही जाना जा सकता है, फिर भी यदि कोई भी ईश्वर को जानना चाहता है तो गुरु नानक देव जी की बाणी जप जी साहिब और गुरु गोबिंद सिंह साहिब की बाणी जाप साहिब का पठन, अध्ययन और मनन जरूर करे।

इस शुभ दिन ईश्वर से यही विनर्म निवेदन और प्रार्थना है, शीघ्र ही पाकिस्तान का भारत में पुनः विलय जिससे गुरु नानक देव के जीवन से सम्बंधित सभी पवित्र क्षेत्रों के सुगम दर्शन उपलब्द  हो सकें और मनुष्य गुरु जी के बताये रास्ते पर चल कर अपना जीवन सार्थक कर सकें। _/\_


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